Monday, 1 December 2025

षड्रिपू और आरोग्य

भारतीय तत्वदर्शियोने षड्रिपू(मनुष्य के छे आंतरिक शत्रु) बताएं है। वो है काम(वासनाएं), क्रोध, लोभ, मोह, मद और मत्सर! ये मानसिक ही नहीं शारीरिक व्याधियां भी उत्पन्न करने है। आज मैं उस विषय में बताने का प्रयास कर रहा हूं।
काम: यद्यपि काम को शत्रु बताया है, इसके बिना कुछ नहीं होता। सिमित हो तो ये भगवान है। परंतु अधिक काम रक्त गति बढ़ाता है, असंतुष्ट बनाता है, क्रोध उत्पन्न करता हैं। ये मन को चंचल भी बनाता है।
क्रोध: ये भी रक्त गति बढ़ाता है।
लोभ: ये पचन क्रिया बिगाड़ता है। कर्करोग(कैंसर) उत्पन्न करता है। मधुमेह उत्पन्न करता है।
मोह: मोह मनकों चंचल बनाता है।
मद: जब काम की पूर्ति होती रहती है तब मद होता है। ये स्वयं ही एक मानसिक व्याधी है।
मत्सर: दुसरो का अच्छा हुआ बुरा लगना ये मत्सर है। ये भी एक मानसिक व्याधी है।
आपके कुछ अच्छे अभिप्राय आये ये 'काम' मुझे है।